August 31, 2009

परखना मत .........!!!


परखना मत परखने से कोई अपना नही रहता ,
भी आइने में देर तक चेहरा नही रहता ,
बड़े
लोगों से मिलने में हमेसा फासला रखो ,
जहाँ
दरिया समंदर से मिला , दरिया नही रहता,
तुम्हारा शहर तो बिल्कुल नए मिजाज़ बाला है ,
हमरे
शहर में भी अब कोई हमसा नही रहता ,
मोहब्बत
में तो खुशबू है हमेशा साथ चलती है ,
कोई
इंसान है जो तन्हाई में भी तन्हा नही रहता !!!

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