"जीत जाते थे हम जिंदगी की हर जंग
कोई दे या न दे हमारा संग .......!!! "
July 13, 2009
है मुझे मंजूर लेना खून का इल्जाम सर पर है मुझे मंजूर कहलाना दीवाना ( कौन है जो होश मैं रहता हमेशा ) पर कहे कोई की मैंने छला दोस्तों को , कल्पना में भी किसी की , है असंभव , हो कभी अपराध मेरा
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